Pula Chappal Traditional Footwear Of Himachal Pradesh
पारंपरिक पुडा चप्पल
पुडा (चप्पल) को भांग की शेल घास से बनाया जाता है इसका प्रयोग धार्मिक अवसरों के लिए किया जाता है।
पुडा ही क्यों हिमाचल का पवित्र चप्पल
पुडा चप्पल पहले हिमाचल प्रदेश में बनाया गया था, क्योंकि पहले चमड़े के जूते बनाए जाते थे। और हम सभी जानते हैं की हिमाचल प्रदेश देवी देवताओं की जन्मभूमि है और इस धरती को देवों की भूमि के रूप में माना जाता था। इन पारंपरिक जूते बनाने के लिए घास (शेल भांग )का उपयोग किया गया था। यह पुुडा हल्के वजन का होते हैं और यह (पुडे) धार्मिक समारोहों के दौरान पहने जाते हैं तथा मंदिर के शुभ अवसरों पर भी पहने जाते हैं अधिक पहाड़ी वाले क्षेत्रों में यह बर्फ पर चलने के लिए भी उपयोगी होते हैं।
यह पुडा अधिक सजावटी होता है इसके तले (sole)शेल भांग की दारी की तरह लंबी रस्सी(जेखडी) से बुन्ना जाता है और उस जूते की ऊपरी तरफ कैनाबिस और (बकरी की शेली) से बुनाई होती है और ऊन के अनेक रंगों के साथ बनाया जाता है और अब सूत से बनाए जाते हैं। विभिन्न आकारों के बनाने के लिए हाथ का उपयोग किया जाता है यह एक सरल प्रणाली है । आज हालांकि शिल्प का मुख्य रूप से हमारे यहां (Nirmand Bagipul Himachal Pradesh) के निकट गांव में अभ्यास किया जाता है, लेकिन पुडा चप्पल का बाजार अन्य राज्य में जैसे , राजस्थान गुजरात और मध्य प्रदेश तक फैल गया है।
पुडा चप्पल के लिए संपर्क करें
82197-62336
chandreshoffical.com@gmail.com
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